Testimonials

सेवा में,

श्री आत्म वल्लभ जैन सेवा मंडल (कोलकाता) , आप सभी को अरिहंत आवासीय विद्या मंदिर क्षत्रीय कुंड lachhuar की ओर से जय जीनेन्द्र ।

विशेष आपके बारे में आप सबों के बारे जितनी ज्यादा से ज्यादा अच्छाई लिख दूँ कम पड़ जाएगा। सच पूछिये तो आपके जैसी सोच और संस्कार यदि हर धर्म के लोग अपना लें तो कोई भी मानव रोटी, कपड़ा, और शिक्षा के लिए मोहताज नहीं रहेगा। हमारी संस्था यहाँ के अभिभावक गण आपलोगों के ही अथक प्रयास से ही अपनी हर इच्छा को पूरा कर पा रहें हैं । सच में आपलोग दया के सागर से भी बड़े है, आप वो हैं जो किसी को भी अपनी सोच से उसके चेहरे पे मुस्कान ला सकते हैं जो कि हर धर्म से सम्भव नहीं है। आपके इस सोच का हम सभी सम्मान करते हैं ।

किसी के पास बहुत धन है लेकिन उनका सोच बहुत ही घटिया है तो सब बेकार है, और आपके पास कुछ नहीं भी है फिर भी अपने एक छोटे से प्रयास से आज कमजोर से कमजोर वर्ग के तनों को ढकने का सौजन्य आपके सेवा मंडल के शुभ सोच से ही प्राप्त हुआ है। इस शुभ कार्य के लिए आपको बहुत बहुत धन्यावाद है। कहा गया है कि किसी के दर्द को समझ ने वाले भगवान ही हो सकते हैं ,सच में जैन धर्म अपने लिए कम दूसरों के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं ।

इसी तरह आप सबों से मेरा विनम्र निवेदन रहेगा कि क्षत्रीय कुंड lachhuar के बच्चों के लिए जो भी बन पाये मदद करे। भगवान महावीर स्वामी के आशीर्वाद से आप सबों को कभी भी किसी भी प्रकार की कोई समस्या आपके जीवन में नहीं आएगी। इतनी ठंड में सभी को वस्त्र देकर सभी के दिलों पर राज करने वाले हैँ तो वो आपका धर्म और बहुत बड़ी सोच है ।

फिर से सभी की ओर से जय jinendra प्रणाम और आपके इतने अच्छे सोच के लिए बहुत बहुत धन्यावाद ।

— By बलराम सिन्हा, प्रधानाध्यापक, अरिहंत आवासीय विद्या मंदिर, क्षत्रिय कुंड

जय जिनेंद्र भाई मेरे

खूब खूब अनुमोदना आभार व्यक्त करते हैं श्री आत्म बल्लभ हैं सेवा मंडल को और मंडल से जुड़े सभी गणमान्य सदस्यों को, इतना सुंदर साथ और हाथ आप सभी का। जन जन मानस को जुबां पर आपके सराहनीय कार्य करने का सुनने को मिल रहा है इससे बढ़िया और क्या हो सकता है, आप सभी भाइयों को जब जब एक साथ देखता हूं, तब में मन एक जोश एक उमंग सी जाग उठती है काश जैन समाज में थोड़े से और लोग जागरूक हो जाते तो हमारा जैन इतना आगे बढ़ गया होता, आज में आप जैसे कार्यकर्ताओ और भाइयों को जैन समाज को बहुत जरूरत है अप्रूव भैया। सच एक कहावत है कि india offers unity in diversity ठीक वैसे ही श्री जैन आत्म बल्लभ सेवा मंडल अनेकता में एकता की पहचान है जो अपने पूरे जैन समाज में अपनी एक अलग पहचान रखता है। खूब खूब अनुमोदना करते हैं

— By SHRI SANJAY JI SETHIA , Shree Guatam Mandal , Kolkata
SAVJSM